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Udaipur. उदयपुर। उदयपुर शहर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र के सबसिटी सेंटर के पास मंगलवार दोपहर बंदूक की दुकान (आर्म्स शॉप) में अचानक तेज विस्फोट हुआ। ब्लास्ट इतना तेज था कि आवाज क्षेत्र में काफी दूर तक सुनाई दी, वहीं दुकान के परखच्चे उड़ गए और दुकान में मौजूद दुकान मालिक सहित दो लोगों की मौत हो गयी। धमाके की आवाज सुनकर एक बार तो क्षेत्रवासी सहम गए। बंदूक की दुकान के आस-पास काफी भीड़ इकट्ठी हो गयी। विस्फोट की सूचना पर आईजी अजयपाल लांबा, एसपी योगेश गोयल सहित पुलिस के अन्य आलाधिकारी मय जाब्ता, सिविल डिफेंस और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। डीएसपी छगन पुरोहित ने बताया कि विस्फोट में आर्म्स शॉप के मालिक राजेन्द्र देवपुरा और दुकान पर काम कर रहे एक मजदूर की मौत हुई है।
दुकान मालिक की शिनाख्त होने पर परिजनों को सूचना दे दी है, वहीं दूसरे मृतक की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी योगेश गोयल ने बताया कि दुकान में विस्फोट के कारणों की जांच की जा रही है। मृतकों के परिजनों को सूचना दी गयी है। सबसिटी सेंटर के पास राजेन्द्र देवपुरा एंड कंपनी के नाम से आर्म्स शॉप है, आज दोपहर दुकान में अचानक तेज विस्फोट हुआ। सूचना पर पुलिस जाब्ता और सिविल डिफेंस की टीम पहुंची। सिविल डिफेंस की टीम ने दुकान से दोनों शवों को निकाला और मोरचरी पहुंचाया गया। एफएसएल टीम घटनास्थल की जांच कर रही है। दुकान में विस्फोटक के अवैध संधारण का संदेह है, ऐसे में किस प्रकार की विस्फोटक सामग्री से ब्लास्ट हुआ और उसका कितना स्टॉक रखा था सहित हर पहलू की जा की जा रही है।
उदयपुर शहर में मंगलवार दोपहर को बड़ा हादसा हो गया. शहर के सब्सिडी सेंटर स्थित आर्म डीलर की दुकान में ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट इतना तेज और भयावह था कि प्रथम मंजिल पर खड़े मालिक का शव उड़कर 30 फीट दूर सामने वाले बिल्डिंग के दरवाजे पर टकराया. दोनों बिल्डिंग के दरवाजों के परखच्चे उड़ गए. दुकान मालिक और एक दुकान में काम करने वाले कर्मी की मौत हो गई. चश्मदीदी ने बताया कि ऐसा लगा गैस की टंकी फट गई. शव देखकर मैं भी जान बचाकर भागा. घटना राजेंद्र देवपुरा एंड कंपनी में हुई. जिस बिल्डिंग से राजेंद्र का शव टकराया वहां नीचे दुकान में बैठे चश्मदीद ने बताया कि मैं दुकान के अंदर था. अचानक तेज आवाज आई जैसे कि गैस सिलेंडर फटा हो. दुकान के अंदर धुआं ही धुआं आ गया. बाहर आया तो देखा दुकान के नीचे शव पड़ा हुआ है. ऐसी स्थिति को देखते हुए मैं भी वहां से भागा. उन्होंने आगे बताया कि सुबह राजेंद्र आए थे और उनके यहां काम करने वाले से सफाई करवाई थी. शायद दोनों उसके बाद अंदर ही थे. उनका यह पर गोदाम था।
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